अपराध
मुंबई के बिल्डर से 9.39 करोड़ हड़पे, कंपनी के निदेशक ने विभूतिखंड थाने में दर्ज करवाई रिपोर्ट
मुंबई के बिल्डर से 9.39 करोड़ हड़पे, कंपनी के निदेशक ने विभूतिखंड थाने में दर्ज करवाई रिपोर्ट
मुंबई : मुंबई के बिल्डर को बांदा में रेत खनन का बड़ा काम दिलाने के नाम पर विभूतिखंड इलाके में जालसाजों ने 9.39 करोड़ रुपये हड़प लिए। पीड़ित बिल्डर दीपक शर्मा की तहरीर पर विभूतिखंड पुलिस ने शुक्रवार रात चार नामजद समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू की है। मुंबई के अंधेरी पूर्व स्थित नेचुरल बिल्डर्स प्राइवेट कंपनी के निदेशक दीपक शर्मा का आरोप है कि साल 2018 में एक पार्टी में आनंद कुमार सिंह उर्फ बाबा त्रिकालदर्शी से मुलाकात हुई थी। खुद को ऊंची पहुंच वाला रसूखदार व्यापारी बताने वाले बाबा त्रिकालदर्शी ने रेत खनन के कारोबार में अच्छी पकड़ होने की बात कही थी। बातों में फंसकर दीपक अपने मित्र अजय सिंह के साथ लखनऊ आए। यहां विभूतिखंड के एक होटल में बाबा त्रिकालदर्शी व उसके साथी राजीव लोचन पालीवाल, नवनीत सिंह भदौरिया व विजयपाल प्रजापति से मुलाकात हुई। इन लोगों को बाबा ने अपना साथी बताया और कहा कि ये सभी खनन का काम करने वाले बांदा के बड़े व्यापारी हैं। फरवरी 2019 में ही बांदा में खनन के बड़े टेंडर की बात कही जिसमें करोड़ों के मुनाफे की जानकारी देकर दीपक से एक करोड़ 60 लाख रुपये लगाने को कहा। दीपक ने यह रकम आनंद को दे दी। बाबा के साथी राजीव लोचन ने टेंडर के कुछ कागजात दिखाकर उन पर हस्ताक्षर कराए। फिर टेंडर डालने की बात कही।
कुछ दिनों बाद दीपक को बिना बताए ही बाबा ने अपने साथी विजय पाल प्रजापति की फर्म वीपी कंस्ट्रक्शन के नाम से टेंडर डाल दिया। बाबा ने कहा कि विजय लखनऊ के ही स्थानीय व्यक्ति हैं, इस वजह से उनके नाम से टेंडर डाला है। दीपक से कहा गया कि टेंडर मिलने पर उसका काम उनके नियंत्रण में दे दिया जाएगा। मगर टेंडर मिलने पर धोखाधड़ी कर रेत बेची जाने लगी। इसी बीच धोखाधड़ी कर फर्जी दस्तावेज लगाकर बाबा व उसके तीन साथियों ने रेत बचकर व अन्य तरीकों से दीपक के नौ करोड़ 39 लाख रुपये हड़प लिए। इस पर दीपक ने विरोध जताया तो बाबा त्रिकालदर्शी व उसके साथियों ने गालीगलौज की और जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। विभूतिखंड इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक, मुंबई के दीपक शर्मा की तहरीर पर आनंद कुमार सिंह उर्फ बाबा त्रिकालदर्शी, राजीव लोचन पालीवाल, नवनीत सिंह भदौरिया, विजयपाल प्रजापति व एक अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में विवेचना शुरू कर दी गई है।