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शरद पवार के घर पर एसटी वर्कर्स के हमले, साजिश थी, जल्द करेंगे खुलासा - संजय राउत
शरद पवार के घर पर एसटी वर्कर्स के हमले, साजिश थी, जल्द करेंगे खुलासा - संजय राउत
मुंबई : महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के 100 से अधिक हड़ताली कर्मचारियों ने शुक्रवार को यहां एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उनके खिलाफ नारेबाजी की। उनके घर पर हमला भी किया गया। इस मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत ने साजिश की आशंका जाहिर की है।
संजय राउत ने कहा कि यह एक साजिश थी। जल्द ही इसका खुलासा हो जाएगा कि इसके पीछे कौन था? संजय राउत ने कहा कि शरद पवार साहब का एसटी कार्यकर्ताओं की हड़ताल से कोई संबंध नहीं था। कोई महाराष्ट्र में राजनीतिक और सामाजिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है।
इस घटना पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि पुलिस विभाग प्रदर्शन के बारे में समय पर सूचना जुटाने में नाकाम रहा। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि परिवहन निगम के कर्मचारियों को किसने उकसाया था। अजित पवार ने कहा, 'दो दिन पहले अदालत के आदेश के बाद जश्न हो रहा था और कुछ लोगों ने अदालत के फैसले को जीत के तौर पर पेश किया। ‘सिल्वर ओक’ जाने की कोई वजह नहीं थी...इससे पहले, किसी ने यह भी कहा था कि वे 12 अप्रैल को बारामती (पवार के गृह नगर) जाएंगे।' अजित पवार ने सवाल किया कि अगर मीडिया को यह जानकारी मिल सकती है तो पुलिस विभाग को क्यों नहीं?
यह पूछने पर कि क्या उन्हें प्रदर्शन में किसी राजनीतिक दल के शामिल होने का संदेह है, उन्होंने कहा कि वह तब तक कोई बयान नहीं देंगे, जब तक उन्हें जांच रिपोर्ट नहीं मिल जाती।
एमएसआरटीसी के हजारों कर्मचारी खुद को राज्य सरकार के कर्मचारियों का दर्जा देने और निगम के विलय की मांग को लेकर नवंबर 2021 से हड़ताल पर हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट ने गुरुवार को हड़ताली कर्मचारियों को 22 अप्रैल तक काम पर लौटने का निर्देश दिया है। अदालत के आदेश के बाद परिवहन मंत्री ने आश्वासन दिया था कि हाई कोर्ट के निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पर लौटने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।