माफिया डॉन अतीक अहमद का काला साम्राज्य मिट्टी में मिल चुका है अतीक के बेटे असद को एनकाउंटर में मार गिराया जा चुका है इसके साथ ही माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भी बुरे दिन शुरू हो गए हैं उसे भी अपने गुनाहों की सजा अब जाकर

माफिया डॉन अतीक अहमद का काला साम्राज्य मिट्टी में मिल चुका है अतीक के बेटे असद को एनकाउंटर में मार गिराया जा चुका है इसके साथ ही माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भी बुरे दिन शुरू हो गए हैं उसे भी अपने गुनाहों की सजा अब जाकर

माफिया डॉन अतीक अहमद का काला साम्राज्य मिट्टी में मिल चुका है अतीक के बेटे असद को एनकाउंटर में मार गिराया जा चुका है इसके साथ ही माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भी बुरे दिन शुरू हो गए हैं उसे भी अपने गुनाहों की सजा अब जाकर मिल रही है हाल ही में यूपी के एक और गैंगस्टर अनिल दुजाना को भी यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है आज यूपी के बड़े से ब़ड़े माफिया और गैंगस्टर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है इन सभी के पीछे एक नाम अक्सर सामने आता है वह नाम है यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश का माना जाता है कि अमिताश यश के नेत्तृव में यूपी एसटीएफ प्रदेश में अपराधियों माफियाओं और गैंगस्टरों का काल बनी है आज हालत ये हैं कि जिन अपराधियों को कभी पुलिस का भय नहीं रहता था आज वह लोग पुलिस और एसटीएफ से बचने के लिए जेल को ही सबसे सुरक्षित मान रहे हैं इसी बीच आज हम आपको यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश के बारे में एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जिसे सुन आप भी हैरान रह जाएंगे हमारे सहयोगी थे ललांतोप के एक कार्यक्रम में ५ साल पहले आईपीएस अमिताभ यश शामिल हुए थे इस दौरान अमिताभ यश ने अपने परिवार और अपने बचपन के बारे में जो जानकारी दी थी वह वाकई हैरान कर देने वाली थी उन्होंने इस दौरान बताया था कि उनकी प्रारंभिक पढ़ाई पुलिस के थाने में ही हुई थी ट्रेंडिंग 

थाने में बीता बचपन1 वहीं पर सीखा क ख ग घ…माफियाओं के लिए भय का दूसरा नाम अमिताभ यश थाने में बीता बचपन वहीं पर सीखा क ख ग घ…माफियाओं के लिए भय का दूसरा नाम अमिताभ यश एक्सप्रेसवे पर यूट्यूबर अगस्त्य की मौत हादसा नहीं हत्या रेसिंग बाइक का कैमरा खोलेगा राज एक्सप्रेसवे पर यूट्यूबर अगस्त्य की मौत हादसा नहीं हत्या? रेसिंग बाइक का कैमरा खोलेगा राज पुलिसकर्मी का बेटा जो बन गया आईपीएस

हमारे सहयोगी थे ललांतोप के कार्यक्रम में बात करते हुए अमिताभ यश ने अपने पिता के बारे में जानकारी दी थी उन्होंने कहा था कि उनके पिता भी आईपीएस अधिकारी रहे वह डीआईजी बनकर रिटायर हुए थे यहां तक की उनके ससुर भी आईपीएस अधिकारी रहे हैं पढ़ना लिखना थाने की टेबल पर सीखा

इस दौरान अमिताभ यश ने बताया कि उन्होंने पढ़ना लिखना थाने की टेबल पर ही सीखा था उन्होंने कहा था कि थानें के के लोगों ने ही मुझें क.ख.ग.घ लिखना सिखाया था मुझें थाने के बैरक में खाना खाने को मिलता था मेरा बचपन से ही पुलिस से जुड़ाव रहा पिता ने की पुलिस से दूर रखने की कोशिश एसटीएफ चीफ ने बताया कि उनके पिता भी आईपीएस अधिकारी रहे थे उन्होंने कहा था कि पिता ने मुझें पुलिस से दूर रखने की काफी कोशिश की क्योंकि वह पुलिस के काम के बारे में जानते थे मगर में पुलिस सर्विस में ही आया तब जाकर उन्होंने मुझें पुलिस की विधाएं सिखाई अमिताभ यश को कहा जाता है एनकाउंटर स्पेशलिस्ट

आपतो बता दें कि यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश साल १९८६ बैच के आईपीएस अधिकारी हैं अमिताभ यश को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहा जाता है इनके पिता राम यश सिंह बिहार कैडर में आईपीएस अफसर रहे ददुआ और ठोकिया जैसे दस्युओं को ठिकाने लगाया अमिताभ यश को मायावती ने साल २००७ में एसएसपी एसटीएफ बनाया था इस दौरान अमिताभ यश ने ददुआ के खिलाफ बुंदेलखंड के जंगलों में अभियान छेड़ दिया जिसका नतीजा था यूपी एसटीएफ ने ददुआ जैसे दुर्दांत डकैतों को मार गिराया फिर अमिताभ यश ने ऑपरेशन ठोकिया शुरू किया और ठोकिया को भी मार गिरा दिया बता दें कि अमिताभ यश को कई बड़े दस्युओं के एनकाउंटर कई बड़े अपराधियों के एनकाउंटर का श्रेय दिया जाता है


लोगसत्ता न्यूज
शिवकुमार सिंह

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