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करने से साथ साथ यमराज की पूजा भी की जाती है साथ ही उनके नाम का एक दीप भी प्रज्वलित किया जाता है ऐसे में आइए जानते हैं धनतेरस पर यम का दीपक जलाने का महत्व और सही तरीका यह है दीपक जलाने का कारण धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता कहे जाने वाले यमराज की भी पूजा की जाती है साथ ही शाम के समय दक्षिण दिशा में चार मुख वाला यम का दीपक जलाया जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में दक्षिण दिशा को यमराज जी की दिशा माना गया है

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यदि धनतेरस पर दक्षिण दिशा में यम का दीपक जलाया जाता है तो इससे यमराज प्रसन्न होते हैं परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिए धनतेरस पर घर के बाहर यमराज जी के लिए यह दीप जलाया जाता है इसे यमराज के लिए दीपदान या यम दीपम भी कहा जाता है दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त धनतेरस के दिन यमराज का दीपक जलाने के लिए शाम का समय उत्तम माना गया है ऐसे में धनतेरस के दिन यम दीपम जलाने का शुभ मुहूर्त शाम ०५ बजकर ३० मिनट से ०६ बजकर ४९ मिनट तक रहेगा यम दीपम जलाने का सही तरीका

धनतेरस पर यम दीपम जलाने के लिए आटे का चौमुखा दीपक बनाएं अब इसमें सरसों का तेल डालें इसके बाद इस आटे के दीपक में चार बाती लगाकर घर के बाहर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जलाएं इससे समस्त परिवार को आरोग्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है


लोगसत्ता न्यूज
Anilkumar Upadhyay

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