मुंबई : कोरोना की दूसरी लहर में चार गुना तेजी से ठीक हुए लोग
मुंबई : कोरोना की दूसरी लहर में चार गुना तेजी से ठीक हुए लोग
मुंबई : कोरोना की दूसरी लहर के शुरुआत में झोपड़पट्टियों में रहनेवालों की तुलना में इमारतों में रहनेवालों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भले कम रही हो लेकिन अब हाइराइज इमारतों में रहनेवालों की रोग प्रतिरोधक क्षमता इम्युनिटी में काफी सुधार आया है। मनपा के ताजा आंकड़ों के अनुसार झोपड़पट्टी की तुलना में इमारतों में रहनेवाले कोरोना मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं। इनकी इम्युनिटी हाई हो गई है। इसके चलते पिछले २० दिनों में लगभग ४ गुना तेजी से इमारतों के मरीज ठीक हुए हैं जबकि झोपड़पट्टी में यह आंकड़ा डेढ़ गुना से भी कम है।
मनपा के रिपोर्ट के अनुसार कोरोना मरीज मिलने पर २४ अप्रैल को १,२११ से अधिक इमारतों को सील किया गया था। ४ मई को बड़ी संख्या में मरीज ठीक हुए और सील हुई इमारतों की संख्या ७५३ हो गई। १४ मई तक सील इमारतों का आंकड़ा ३७७ तक आकर सिमट गया है। जबकि झोपड़पट्टी इलाकों में २४ अप्रैल को १२२ कंटेन्मेंट जोन थे। ४ मई को कंटेन्मेंट जोन की संख्या कम होकर ९८ हो गई और १४ मई को झोपड़पट्टी क्षेत्र में मात्र ८५ कंटेन्मेंट जोन रह गए। कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले भी तेजी से घटते गए। २४ अप्रैल को साढ़े ५ हजार से अधिक कोरोना के मरीज मिले थे जबकि ४ मई को यह आंकड़ा मात्रा २,५५४ रहा और १४ मई को नए मरीजों का आंकड़ा १,६५० हो गया है।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में सर्वाधिक प्रभावित ऊंची-ऊंची गगनचुंबी इमारतों में रहनेवाले अमीर लोग हुए। मनपा ने एक रिपोर्ट जारी कर अप्रैल के महीने में ही बताया था कि इमारतों में रहनेवालों को कोरोना संक्रमण अधिक प्रभावित कर रहा है जबकि झोपड़पट्टी इलाकों में रहनेवालों की इम्युनिटी पावर अधिक होने की वजह से झोपड़पट्टी क्षेत्र में कोरोना का प्रसार कम हो रहा है। इमारतों के निवासियों को कोरोना से बचाने के लिए मनपा ने जनजागृति अभियान चलाया, लोगों को सतर्क किया। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खान-पान, रहन-सहन सुधारने के साथ योग करना जरूरी बताया, जिसका परिणाम यह रहा कि कोरोना अमीरों में जिस प्रकार तेजी से फैला उसी प्रकार तेजी से कम भी हुआ है।