![](https://logsatta.com//images/featured_image//71ba123551c51e7aeca80d5435c73244dd6cd87d.jpg)
विधायकों के बिगड़ते बर्ताव पर विधानसभा ने जताई चिंता, बांटी गई आचार संहिता की पुस्तिका
विधायकों के बिगड़ते बर्ताव पर विधानसभा ने जताई चिंता, बांटी गई आचार संहिता की पुस्तिका
मुंबई, विधानसभा सदन के भीतर और विधानभवन परिसर में विधायकों के बिगड़ते बर्ताव को लेकर चिंता व्यक्त की गई। विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरी बीरबल ने सदस्यों को आचार संहिता की पुस्तिका उपलब्ध कराई और सदस्यों से अपील की कि वे अपना बर्ताव सदन की गरिमा के अनुरूप रखें।
बता दें कि बीजेपी विधायक नितेश राणे द्वारा पिछले दिनों विधान भवन के मुख्य द्वार पर पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के प्रवेश के वक्त म्याऊं-म्याऊं की आवाज निकालकर किए गए अशोभनीय बर्ताव के बाद राज्य विधानमंडल के शीतकालीन अधिवेशन में सोमवार को नितेश राणे के निलंबन की मांग उठी थी। इस संदर्भ में मंगलवार को विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरी बीरबल के पक्ष में सत्ता पक्ष विपक्ष और अन्य पार्टियों के प्रमुख नेताओं की एक बैठक हुई।
इस बैठक के संदर्भ में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सदन में बयान देते हुए कहा कि राज्य के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायकों को विधानसभा और विधान भवन परिसर में मर्यादा बनाए रखने तथा संसदीय प्रोटोकॉल का पालन करने की जरूरत है। पवार ने कहा कि राज्य की 12 करोड़ आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले विधानसभा सदस्यों को शिष्टाचार और संसदीय प्रोटोकॉल का पालन करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि समय बदल गया है, क्योंकि कार्यवाही के सीधे प्रसारण से लोगों को यह पता चल जाता है कि उनके निर्वाचित प्रतिनिधि सदन में क्या कर रहे हैं। पवार ने नितेश राणे का नाम लिए बिना चुटकी ली कि हम हम जानवरों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। दूसरों का मजाक बनाना और जानवरों की आवाज निकालना लोगों के विश्वास के साथ धोखा है। पवार ने कहा कि सदस्यों का आचरण सदन की गरिमा को दर्शाता है।