प्री-मानसून की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक

प्री-मानसून की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक

मुंबई, मानसून से पहले मुंबई में तमाम विषयों को लेकर तैयारी में जुटी मनपा ने लगभग अपनी तैयारी पूरी कर ली है। बचे हुए कार्यों को तेज गति से पूरा किया जा रहा है। राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने प्री-मानसून की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि मुंबई इस बार नहीं डूबेगी, मनपा ने जबरदस्त तैयारी की है। नाला सफाई, अधूरी परियोजनाओं, भूस्खलन, जलजमाव क्षेत्र आदि पर काम तेज गति से चल रहा है। ३१ मई तक सभी काम लगभग पूरे कर लिए जाएंगे।
उन्होंने दावा किया कि शहर में प्री-मानसून से पहले तैयारियों का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। मुंबई मनपा बारिश से निपटने के लिए तैयार है। नाले से कीचड़ हटाने का काम ७८ फीसदी पूरा हो चुका है। बरसात में जमा होने वाले पानी की निकासी के लिए ४८० पंपिंग स्टेशन तैयार हैं, जहां ज्यादा पानी जमा होगा वहां पंपिंग स्टेशन को और सक्षम बनाया जाएगा। मनपा का प्रयास है कि भारी बारिश में भी पानी जमा न होने पाए और मुंबई की जनता को समस्या का सामना न करना पड़े। आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि इस साल हिंदमाता में जलजमाव की संभावना बहुत कम है।
आदित्य ठाकरे से पत्रकारों ने भाजपा के आरोपों के बारे पूछा तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि मैं आलोचकों पर ध्यान नहीं देता हूं। मैं उनका जवाब भी नहीं देना चाहता। उन्होंने कहा कि आरोप लगाना उनका काम है और मुंबईकरों के हित में कार्य करना हमारा काम है। इधर-उधर की बातें करने की बजाय यदि उनके पास कुछ अच्छे विचार हैं और अगर वे हमें अच्छे सुझाव देते हैं तो हम निश्चित रूप से उस पर विचार करेंगे। ऐसे शब्दों में पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने भाजपा नेताओं को फटकार लगाई।
-शहर एवं दोनों उपनगरों में बरसात का पानी जगह-जगह जमा न हो, इसके लिए ४८० ठिकानों पर पंपिंग स्टेशन लगाए गए हैं।
-नालों की सफाई का काम ७८ प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। ३१ मई से पहले सभी नालों से कीचड़ निकालने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
-भूस्खलन की समस्या को लेकर मनपा के संबंधित वॉर्ड अधिकारियों को सचेत किया गया है। इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग की अगुवाई में टीम बनाई गई है। एनडीआरएफ की टीम तैयार रहती है।
-बरसात शुरू होने से पहले सभी सड़क परियोजनाओं के अधूरे काम को समय से पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सभी २४ वॉर्डों के अधिकारियों को आगे बढ़कर ऐसे अधूरे कार्यों को जल्द गति से करवाने के निर्देश हैं।
-मानसून में खतरनाक साबित होने वाले लगभग ६० हजार वृक्षों की छंटाई व कटाई हो गई है। बचे हुए खतरनाक वृक्षों की छंटाई का काम शुरू है।


लोगसत्ता न्यूज
Anilkumar Upadhyay

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