मुंबई : ब्लैक फंगस के 1500 केस पाए गए हैं. जिनमें से 500 लोग ठीक हुए और 850 का इलाज चल रहा है, 90 लोगों की मौत
मुंबई : ब्लैक फंगस के 1500 केस पाए गए हैं. जिनमें से 500 लोग ठीक हुए और 850 का इलाज चल रहा है, 90 लोगों की मौत
मुंबई : कोरोना वायरस महामारी के बाद महाराष्ट्र पर ब्लैक फंगस का खतरा मंडरा रहा है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) से 90 लोगों की मौत हो चुकी है. ब्लैक फंगस के अब तक 1500 केस पाए गए हैं. जिनमें से 500 लोग ठीक हुए और 850 का इलाज चल रहा है.
राजेश टोपे ने कहा कि इस बीमारी से लड़ने के लिए इम्फोटेरेसिन-बी की जरूरत है. बीमारी के प्रसार को देखते हुए 1.90 लाख एम्फो-बी इंजेक्शन का ऑर्डर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस इंजेक्शन का कंट्रोल भारत सरकार के पास ही है. उन्होंने केंद्र सरकार से दवा एलॉट करने की मांग की. महाराष्ट्र सरकार ने इसके लिए ग्लोबल टेंडर भी निकाला है.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर उद्धव सरकार ने डॉक्टरों के लिए 9 पेज की गाइडलाइन जारी की है. इसके साथ ही ईएनटी, डेंटिस्ट, आई स्पेशलिस्ट की व्यवस्था की जा रही है, जिससे एक हजार अस्पताल में इलाज हो पायेगा. महात्मा ज्योतिबा फुले आरोग्य योजना के तहत पूरे खर्च की व्यवस्था की जाएगी.
उन्होंने कहा कि म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) के लिए करीब 2 लाख तक इंजेक्शन लगेगी, हालांकि यह अभी उपलब्ध नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को 17 जिलों के जिलाधिकारी के साथ ब्लैक फंगस पर चर्चा करेंगे. दवा की कमी पर बात रखने के निर्देश मुख्यमंत्री देंगे.
राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना रिकवरी रेट 90% से बढ़ा है. जबकि एक्टिव केस 7 लाख से घटकर 4 लाख पर आ गया है. पेशेंट ग्रोथ रेट 0.5% है, रोजाना की कोविड टेस्टिंग ढाई लाख तक बढ़ाई गई है. महाराष्ट्र वैक्सीनेशन में भी नंबर वन है. यहां पर अब तक 2 करोड़ 2 लाख लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.