दो नए युद्धपोतों ने बढ़ाई ताकत

दो नए युद्धपोतों ने बढ़ाई ताकत

मुंबई, भारतीय नौसेना के दो फ्रंटलाइन युद्धपोतों १५बी डिस्ट्रॉयर ‘सूरत’ और १७ ए फ्रंट ‘उदयगिरी’ को परीक्षण के लिए समंदर में उतार दिया गया है। मुंबई के मझगांव डॉक्स में निर्मित दोनों युद्धपोतों को कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में लॉन्च किया गया। इन जहाजों के निर्माण में ७५ प्रतिशत स्वदेशी सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है। इन दोनों युद्धपोतों के नौसेना में शामिल होने से उसकी ताकत और बढ़ेगी।
इन जहाजों में स्वदेशी टारपीडो ट्यूब लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर और ७६ मिलीमीटर सुपर रैपिड गन माउंट जैसी कई स्वदेशी हथियार प्रणालियां हैं। युद्धपोत आईएनएस ‘सूरत’ प्रोजेक्ट १५बी का चौथा जहाज है। इसे ब्लॉक निर्माण पद्धति का उपयोग करके बनाया गया है। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों और लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइलों से लैस है। आंध्र प्रदेश स्थित पर्वत शृंखला उदयगिरी के नाम पर रखा गया आईएनएस उदयगिरी प्रोजेक्ट १७ए फ्रंटगेट्स का तीसरा जंगी जहाज है। युद्धपोत ‘उदयगिरी’ लिएंडर क्लास के एएसडब्ल्यू फ्रंटगेट का पुनर्जन्म है, जिसने १८ फरवरी, १९७६ से २४ अगस्त, २००७ तक तीन दशकों में देश की अपनी शानदार सेवा के दौरान कई चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन देखे थे।
प्रोजेक्ट १७ए के तहत मझगांव डॉक्स में चार और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) में तीन यानी कुल सात जहाज निर्माणाधीन हैं। सभी युद्धपोत १४९ मीटर लंबे, करीब ६,६७० टन क्षमतावाले हैं। इनकी रफ्तार २८ समुद्री मील है। जीआरएसई को १७ए प्रोजेक्ट के तहत तीन स्टील्थ फ्रंटगेट के निर्माण का ठेका १९,२९४ करोड़ रुपए में दिया गया है। नौसेना को इस प्रोजेक्ट का पहला युद्धपोत साल २०२३ में, दूसरा और तीसरा युद्धपोत साल २०२४ और २०२५ में उपलब्ध होगा।


लोगसत्ता न्यूज
Anilkumar Upadhyay

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